Hindi, asked by stugopinath17073, 2 months ago

कवि के अनुसार गोपियाँ स्वयं को कैसा मानती हैं​

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Answered by Anupamkumar4553
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Answer:

गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में निहित व्यंग्य यह है कि वे उद्धव को बड़भागी कहकर उन्हें अभाग्यशाली होने की ओर संकेत करती हैं। ... ऐसा तो तुम जैसे भाग्यवान के ही हो सकता है जो इतना निष्ठुर और पाषाण हृदय होगा अर्थात् गोपियाँ कहना चाहती हैं कि उद्धव तुम जैसा अभागा शायद ही दूसरा कोई हो।

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Answered by arunkumar151199
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Answer:

कवि के अनुसार गोपियाँ स्वयं को अबला मानती हैं

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