कवि के पिता किसे सोने पर सुहागे के सामान समझता है
Answers
Answered by
0
Answer:
रैदास ने सोने तथा सुहागा की बात भगवान और स्वयं के लिए कही है। ... जैसे सोना सुहागे के संपर्क में आकर निखर जाता है वैसे ही भक्त (रैदास जी) ईश्वर को याद करते हुए शुद्ध हो जाते है।
Answered by
0
Answer:
रैदास ने सोने तथा सुहागा की बात भगवान और स्वयं के लिए कही है। ... जैसे सोना सुहागे के संपर्क में आकर निखर जाता है वैसे ही भक्त (रैदास जी) ईश्वर को याद करते हुए शुद्ध हो जाते है|
Similar questions
Science,
2 months ago
Geography,
2 months ago
Math,
4 months ago
Social Sciences,
10 months ago
English,
10 months ago