कवि के पिता किसका नाम ले कर रो पड़े होंगे
Answers
Answered by
6
कवि के पिता किसका नाम ले कर रो पड़े होंगे :
कवि के पिता अपने पाँचवे पुत्र यानी कवि का नाम लेकर रो पड़े होंगे।
‘घर की याद’ कविता में कवि कहता है कि
पिताजी जिनको बुढ़ापा,
एक क्षण भी नहीं व्यापा,
वह रो पढ़े होंगे बराबर,
पाँचवे में का नाम लेकर।
अर्थात कवि चूँकि स्वयं जेल में है। वह अपने पिता का पाँचवा पुत्र है और अपने जेल प्रवास के दौरान लिखी गई इस कविता में वह अपने घर को याद करते हुए अपनी और अपने पिता और भाई-बहनों की मनोस्थिति का वर्णन कर रहा है। कवि कहता है कि उसके पिता उसकी याद करते हुए रो पड़े होंगे।
Answered by
2
कवि के पिता, अपने पांचवे पुत्र कवि भवानी प्रसाद मिश्र का नाम ले कर रो पड़े होंगे।
- " घर की याद" कविता में कवि ने अपने भरे -पूरे तथा खुशहाल परिवार का जिक्र किया है।
- कवि भवानी प्रसाद मिश्र 1942 के " भारत छोड़ो" आंदोलन में भाग लेने कारण जेल में है। जेल में उन्हें अपने पूरे परिवार की याद आती है जिसके कारण उन्होंने यह कविता लिखी।
- कवि कहता है कि उसके चार भाई है, पांच बहनें हैं। वह अपने पिता का पांचवा पुत्र है तथा पिता का लाडला है इसलिए उसके पिता , उसकी याद में रो पड़े होंगे।
Similar questions