Hindi, asked by aryanthakur34832, 1 month ago

कवि के रोम-रोम में प्रभु भक्ति की सुगंध किस प्रकार समाई हुई है
Raidas class 9th​

Answers

Answered by Anonymous
10

Answer:

इस पंक्ति के द्वारा कवि यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जिस प्रकार चंदन को घिसने से पानी के कण-कण में चंदन की सुगंध समा जाती है। ठीक उसीप्रकार ईश्वर की निकटता से भक्त के रोम-रोम में प्रभुकी सुगंध समा जाती हैं और वह प्रभुमय हो जाता है।

Similar questions