Hindi, asked by subhasreepanda8bvhs, 1 month ago

कवि किस बात का समर्थन नहीं करता ? 
क) पानी का कोई महत्व नहीं है
ख) भक्त के बिना भी ईश्वर का महत्व है
ग) चंदन के साथ पानी का महत्व बढ़ जाता है
घ) चंदन और पानी एक दूसरे का महत्व बढ़ाते हैं​

Answers

Answered by shishir303
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सही उत्तर है...

➲ (ख) भक्त के बिना भी ईश्वर का महत्व है।

✎... कवि इस बात का समर्थन नहीं करता कि भक्त के बिना भी ईश्वर का महत्व है। कवि कहता है कि भक्त और ईश्वर दोनों चंदन और पानी के समान हैं। जिस तरह चंदन के कारण पानी महक जाता है, उसी तरह ईश्वर के कारण भक्त भी गुणों से परिपूर्ण हो जाता है। भक्त और ईश्वर चंदन और पानी की तरह एक दूसरे के पूरक हैं। भक्त पानी है और ईश्वर चंदन के समान है, जिस तरह चंदन के संपर्क में आकर पानी महक जाता है, उसी प्रकार ईश्वर की भक्ति करके भक्त भी गुणों की सुगंध से महक जाता है।  

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