Hindi, asked by sirivellavgopal, 1 year ago

कवि मेहनत करने वालों को सदा आगे रखने की बात क्यों कर रहे हैं ?​

Answers

Answered by sofiyamuskan2211
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Answer:

कवि दिनकर जी मनुष्य के श्रम कि प्रकृति कभी भी भाग्यवाद के सामने नहीं झुकती है। आलसी लोग ही भाग्यवाद पर विश्वास रखते हैं। परिश्रमी लोग अपने माथे के पसीने से सब कुछ हासिल कर सकते हैं। काल्पनिक जगत का साकार देनेवाला वही है। उनके सामने पृथ्वी, आकाश, पाताल तक झुक जाते हैं । अतः श्रम करनेवालों को ही सुख भोगने का मौका मिले। सुख भोगने का अधिकार भी उन्हीं को है। विजीत प्रकृति में स्थित कण – कण का अधिकारी वे हीहैं। इसीलिए कवि मेहनत करनेवालों को सदा आगे रखने की बात कर रहे हैं।

का समर्थन करते हैं। वे स्पष्ट करना चाहते हैं

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