कवि ने गांधी जी के व्यक्तित्व की रूपरेखा किस प्रकार की खींची है
Answers
Answer:
looete lo bhai.but follow me to earn more points like this.dabae ke looeto
Answer:
लेखक ने गांधीजी में कोमल और कठोर दोनों भावों का समावेश बताया है। गांधीजी ने अपने जीवन में सत्य, प्रेम, अहिंसा जैसे भावों को अपने जीवन का आधार बनाया। उन्होंने इनके पालन में कठोरता से काम लिया है। ये तीनों भाव जितने कोमल है, उनके पालन के लिए उतना ही कठोर अनुशासन अपना होता है। जहाँ आप इससे हठे आपके कोमल भाव समाप्त हो जाते हैं। एक मनुष्य सारे जीवनभर सत्य का आचरण करे यह संभव नहीं है। उसे परिस्थिति सत्य का आचरण न करने के लिए विवश करती है लेकिन गांधी जी ने ऐसा नहीं किया। वहीं दूसरी ओर जहाँ कदम-कदम पर मनुष्य हिंसक हो जाता है, वहाँ पर अहिंसा का पालन करना संभव नहीं है। इसके अतिरिक्त जहाँ लोगों में दूसरे के प्रति प्रेम भाव की कमी है, वहाँ भी लोगों से प्रेम करना असंभव सा प्रतीत होता है। गांधीजी ने अपने कठोर वर्त के माध्यम से इन्हें जीवनभर अपनाए रखा।