कवि ने नारी की तुलना लोहे से क्यों की होगी?
Answers
Answered by
3
Answer:
ने कहा मैंने नारी को जब भी देखा तो वह लोहा प्रतीत हुई। 'लोहा देखा' कथन से नारी के स्वभाव की दृढ़ता, सहन शक्ति तथा उपयोगिता व्यक्त हुई है। कवि को उसका जीवन लोहे के जीवन जैसा लगा। लोहे जैसा लगने के कारणों को कवि स्पष्ट करता है।
Answered by
4
here is the answer
I hope my answer is helpful
Attachments:
Similar questions