कवि ने 'उत्साह' कविता में बादलों को किस आकांक्षा को पूरा करने वाला तथा साथ ही 'अट नहीं रही है 'कविता में किसके बारे में चित्रण किया है ?
Answers
कवि ने 'उत्साह' कविता में बादलों को किस आकांक्षा को पूरा करने वाला तथा साथ ही 'अट नहीं रही है 'कविता में किसके बारे में चित्रण किया है ?
‘उत्साह’ कविता में कवि ‘सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ में जीवन में सकारात्मक को अपनाने का संदेश दिया है।
'अट नहीं रही है 'कविता सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’ द्वारा लिखी गई है | कविता में कवि ने वसंत ऋतु की सुंदरता का वर्णन किया है। वसंत ऋतु का आगमन फागुन महीने में होता है। ऐसे में फागुन की आभा इतनी अधिक है कि वह कहीं समा नहीं पा रही है।
किसी कार्य की पूर्ति के लिए शरीर में ऊर्जा के संचार हेतु उत्साह होना आवश्यक है। उत्साह कविता में कवि ने बादलों के माध्यम से यही संदेश देने का प्रयत्न किया है। बादल उत्साह और ऊर्जा एवं उमंग का प्रतीक है वह घोर गर्जना करते हैं और बरसते हैं जिससे मन में उत्साह का भाव का संचार होता है।