Hindi, asked by kshshkoundal, 1 month ago

कवि नवर्षा की पहली बंद की अमृत के समान कटाक्योंकि वर्षा​

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Answered by MichhDramebaz
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कवि ने वर्षा की पहली बूंँद को अमृत के समान इसीलिए कहा है क्योंकि वर्षा की पहली बूंद ने बेजान पड़े सूखी धरती को फिर से जगा दिया है। मानो जैसे धरती को नया जीवन मिल गया हो और धरती अपनी खुशी का इजहार चारों तरफ हरियाली फैलाकर देती है। ... वर्षा ऋतु में चारों तरफ हरियाली छा जाती है।

Answered by sarah200630
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Explanation:

कवि नवर्षा की पहली बंद की अमृत के समान कटाक्योंकि वर्षा

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