Hindi, asked by namansahunaman31, 4 months ago

कविता एक खिलौना है फूलों के बहाने कविता का खिलौना भला फूल क्या जाने बाहर भीतर इस घर उस घर बिना मुरझा मांगने की माने फुल किया जाने आशय स्पष्ट कीजिए​

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Answered by varsha4516
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Answer:

व्याख्या: कवि कहता है कि कविता की रचना फूलों के बहाने हो सकती है। कवि का मन कविता की रचना के समय फूल की भांति प्रफल्लित होता है। कवि बताता है कि कविता इस प्रकार खिलती अर्थात् विकसित होती है जैसे फूल विकसित होते हैं। ... कविता बिना मुरझाए महकती रहती है।

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