Hindi, asked by aaradhyashukla304, 7 hours ago

कविता की पंकतियों का भावार्थ batiye​

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Answered by anirudhkaushik100
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नवयुग की नूतन वीणा में

नया राग, नवगान भरो।

कली-कली खिल रही इधर

वह फूल-फूल मुस्काया है।

धरती माँ की आज हो रही

नई सुनहरी काया है।

नूतन मंगलमय ध्वनियों से

गुंजित जग-उद्यान करो।

सरस्वती का पावन मंदिर

यह संपत्ति तुम्हारी है।

तुम में से हर बालक इसका

रक्षक और पुजारी है।

शत-शत दीपक जला ज्ञान के

नवयुग का आह्वान करो।

उठो धरा के अमर सपूतो,

पुनः नया निर्माण करो।

~ द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

Answered by XxAyanshxX
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