History, asked by brij1982gupta, 5 months ago

कविता का सरल अर्थ
मैं बेटी हूँ। मैं अपना विकास करूंगी। (अपना
विकास कर) में दूसरों का सहारा बनूंगी, उन्हें आश्रय
दूंगी। मैं बेटी हूँ। मैं किसी से कम नहीं हूँ।)
जिस तरह आकाश में चाँद चमकता है, उसी
तरह मैं धरती पर चमकूगी और चारों ओर अपना
प्रकाश फैलाऊंगी-चारों ओर मेरा यश फैलेगा।
में बेटी हूँ। मैं किसी से कम नहीं हूँ।)
मैं पढूंगी, लिखूगी और मेहनत कर आगे
बदूंगी। मैं आत्मनिर्भर बनूंगी। पढ़-लिखकर मैं दुनिया
के व्यवहारों को देखेगी और समझेंगी। मैं बेटी हूँ।
(मैं किसी से कम नहीं हूँ।)
जिस तरह बाग में सुंदर फूल खिलते हैं, उसी
तरह मैं दुनियारूपी बगीचे में खिलूंगी और अपने कार्यों
से जीवन में सुगंध फैलाउंगी। जिस तरह तितली हवा
में उड़ती है, उसी तरह मैं भी प्रगति करती हुई अपनी
मंजिल पर पहुंच जाऊँगी। मंजिल पर पहुंचकर मेरा
दिल नाच उठेगा और मैं खुश होकर गाने लग जाऊँगी।
मैं बेटी हूँ। (मैं किसी से कम नहीं हूँ।). translate in English​

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Answered by ingolekhushali593
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Answer:

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