कविता के शीर्षक 'जीवन नहीं मरा करता' की उपयुक्तता पर अपने विचार लिखिए
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कविता के शीर्षक 'जीवन नहीं मरा करता' की उपयुक्तता पर अपने विचार लिखिए
'जीवन नहीं मरा करता' गोपालदास नीरज जी द्वारा लिखी गई है |
'जीवन मरा नहीं करता' इस कविता का आशय यह है कि मनुष्य को जीवन से हार नहीं माननी चाहिए। मनुष्य को सदैव मेहनत करके आगे बढ़ना चाहिए |
कवि समझाना चाहते है कि जीवन एक बार असफल होने से हार नहीं माननी चाहिए । मनुष्य को दुखी या निराश होकर बैठने के बजाय , अपनी हार से सीखकर , सफलता को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए |
जिस प्रकार पतझड़ के बाद , बसंत ऋतु का आगमन होता है | उसी प्रकार जीवन में दुःख के बाद सुख जरुर आता है | हमें कभी यह नहीं सोचना चाहिए कि जीवन खत्म हो गया है | जीवन कभी नहीं मरा करता |
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