कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को बुरा कह कर और उसमें नई जवानी आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती थी
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Explanation:
उत्तर:- हमारे भारत वर्ष के गुलाम होने के कारण एक तरह से चारों ओर मायूसी वाला वातावरण बन गया था। भारतीय वीरों का साहस कमजोर हो गया था। सभी अपने को असहाय महसूस करने लगे थे
लेखिका के अनुसार उस समय भारत गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। उसकी दशा शिथिल और जर्जर हो चुकी थी। अंग्रेज़ धीरे-धीरे पूरे भारत को अपना गुलाम बनाने पर लगे हुए थे। परन्तु उस गुलामी को स्वीकार न करने वाली और आज़ादी का बिगुल बजाने वाली झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेज़ों के विरूद्ध अपनी तलवार खींच ली। उनकी इसी वीरता ने सब के मन में एक नया उत्साह भर दिया था कि एक स्त्री अंग्रेज़ों का सामना करने के लिए तैयार है तो फिर क्यों ना हम स्वयं इस गुलामी के विरूद्ध आवाज़ उठाए। तब इस गुलामी की बेड़ियों में जकड़े हुए भारत (बूढ़े भारत) में रानी लक्ष्मी ने नया उत्साह और वीरता फूँक दी; (नई जवानी दी) जिसने सन् अठारह सौ सत्तावन में अंग्रेज़ों के छक्के छुड़ा दिए।