कविता/कहानी लेखन अपने पर्यावरण में आए सकारात्मक और नकारात्मक परिवर्तनों को देखते हुए अपने विचारों को कविता या कहानी के रूप में लिखें
Answers
पर्यावरण अगर माँ है तो पुत्र जीव है इसके
माँ से ही खिलवाड़ करे ये कर्महीन है किसके
जिस शाखा पर बैठा है तू काट रहा है उसको
अंधी विकसित दौड़ में तू मार रहा है खुद को
जिसने जीवन दिया है बो प्रकृति बड़ी महान
बुद्धि तुझ को बख्श दी तू बन बैठा इंसान
खुले समंदर आसमान दी हरियाली तुझको
शक्ति के साधन देकर दी खुशहाली तुझको
लेकिन बदले में तूने क्या ज़हर दिया उसको
हरियाली को खेतो में -खेतो को फिर फ्लैटों में
बदल दिया जिसको
करे अनगिनत परिक्षण कर डाला समुन्दर दूषित
उत्सर्जन कर गेसो का वायुमंडल प्रदूषित
विलुप्त हुए जो जीव उनका हत्यारा तू खुद है
विश्वविनाशक शक्ति कोई और नहीं तू खुद है
प्रदूषित वातावरण देख कल भविष्य क्या होगा
'सनी' वदला प्रकृति लेगी तो नष्ट-भ्रस्ट सब होगा
बचने का मार्ग सही प्रकृति खुद है एक
पर्यावरण बचाकर ही मानव खुद है सेफ
प्रिये शिक्षक के चरणों में कविता मेरी समर्पित
प्रकृति प्रेमी का विचार जान मानस को है अर्पित
यह एक कविता है !! आशा करती हो की यह तुम्हारी मदद करेगी ।