Hindi, asked by prajapatiamrita270, 24 days ago

कविता में फूल और काँटे के विपरीत स्वभाव का वर्णन बड़े ही प्रभावी ढंग से किया गया है। अब
आप फूल और कॉटे' के इसी संबंध को अपनी कल्पना की दृष्टि से देखिए और अपने विचारों को
विस्तार से लिखिए।​

Answers

Answered by yuvrajyogita2005
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Answer:

do it yourself it is depended on your creativity !

Answered by rohtashemail
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Answer:

कविता के हिसब से फूल और कटे के विपरीत स्वभाव का मतलब है की जिस इंसान के मन में कोई पाप की आसंखा न हू जिस्का दिल साफ हो किसी से इरशा ना हो उसे फूल की तरह कहा गया है और जिसके दिल में पाप भरा हुआ है और जो लोगो के इरशा करता है की जिस इंसान के मन में कोई पाप की शंखना ना हू जिस्का दिल साफ हो किसी से इरशा ना हो उसे फूल की तरह कहा गया है और जिसके दिल में पाप भरा हुआ है और जो लोगो के इरशा करता है उसे कटे

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