कविता में व्यक्त दुख के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
5
Answer:
हम यदि बीती हुई बातों को पकड़कर रखने की कोशिश करते हैं तो इससे हमें दुख ही होता है। यदि हम बीती हुई बुरी बातों को पकड़ते हैं तो इससे हम वर्तमान की खुशियों का आनंद नहीं ले पाते हैं। यदि हम बीती हुई अच्छी बातों को पकड़ते हैं तो इससे हम वर्तमान की खुशियों को कम आँकते हैं। दोनों ही स्थितियों में हमारा दुख बढ़ ही जाता है।
Answered by
3
Explanation:
बीते हुए सुखमय दिनों को याद करने से वर्तमान का दुख बढ़ जाता है। धन-दौलत, मान-सम्मान, यश तथा प्रतिष्ठा के पीछे मनुष्य जितना भागता है, उतना ही दुखी होता है। प्रभुत्व प्राप्ति की आकांक्षा मृगतृष्णा के समान है जिसे व्यक्ति हासिल करना चाहता है|
Similar questions