कविता- स्वर्ग बना सकते हैं
कवि रामधारी सिंह दिनकर
निम्नलिखित पंक्ति पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
प्रभु के दिए हुए___ स्वर्ग बना सकते हैं।
क. उपर्युक्त पंक्तियों में कौन किसे व क्या उपदेश दे रहा है ?
ख. प्रस्तुत कविता में मनुष्य की किस प्रवृत्ति का उल्लेख किया गया है?
ग. धरती को स्वर्ग बनाए जाने के लिए क्या आवश्यक है?
घ. कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए:
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answer 1
इन पंक्तियों में भीष्म पितामह धर्मराज युधिष्ठिर को उपदेश दे रहे हैं।
answer 2
इस दुनिया में हर एक आदमी की प्रवृत्ति अलग होती है। कुछ लोगों की प्रवृत्ति दूसरों की मदद, भाईचारे की भावना फैलाना, सर्वस्व अर्पित करना होता है।
answer 3
चाणक्य के अनुसार, जो मनुष्य नियमित तौर पर साफ मन से भगवान की पूजा (Puja) पाठ करता है. उसे धरती पर ही स्वर्ग (Swarg) का आनंद मिलता है. चाणक्य ने चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में कहा है कि मनुष्य को हमेशा भगवान की पूजा जरूर करनी चाहिए.
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