कवि वृंद ने क्यों कहा है कि अपनी चादर के अनुसार ही पैर फैलाने चाहिए?
...
Answers
Answered by
0
Answer:
वृंद कवि की सलाह है कि पैर उतने ही पसारो जितनी लंबी चादर हो। अतः इंसान को उपलब्ध संसाधनों के अनुरूप ही कार्य करने चाहिए। अपनी पँहुच विचारि कै, करतब करिये दौर।
Explanation:
Similar questions