कवयित्री ललघद के अनुसार मांझी कोन है तथा उत्तराई देने का क्या आशय है ?स्पष्ट कीजिए?
Answers
कवि ललद्यद के अनुसार मांझी ईश्वर यानि परमात्मा है। उत्तरई देने का अर्थ है ईश्वर को क्या शुल्क दे।
सामान्य अर्थों में माझी नाविक को कहते हैं और उत्तराई नाविक को नदी पार कराने पर दिया जाने वाला शुल्क होता है। यहाँ पर कवियत्री ने मांझी ईश्वर यानि परमात्मा को माना है। ईश्वर ही है जो संसार रूपी भवसागर को पार कराता है।
कवयित्री कहती है कि मांझी ने उसे भवसागर तो पार करा दिया. लेकिन उसके पास देने के लिए कुछ नहीं है, क्योंकि उसने अपना पूरा जीवन व्यर्थ के आडंबर व दिखावों में व्यतीत कर दिया। जबकि ईश्वर को केवल स्वच्छ और निर्मल मन तथा सच्ची श्रद्धा चाहिए थी।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼
ललद्यद की रचनाओं से क्या पता चलता है?माझी किसे कहा गया है?
https://brainly.in/question/25244562
.........................................................................................................................................
ललघद काव्य-शैली को _______ कहा जाता है।
https://brainly.in/question/25978334
..........................................................................................................................................
सम खाने का क्या आशय है?
https://brainly.in/question/17490061
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○