Chemistry, asked by mohitlewal9, 8 months ago

कवयित्री मनुष्य के समभावी होने का क्या आधार मानती है।​

Answers

Answered by DevanshuKale
5

Answer:

Hope it will help you!

Explanation:

कवयित्री परमात्मा को साहब मानती है, जो भवसागर से पार करने में समर्थ हैं। वह साहब को पहचानने का यह उपाय बताती है कि मनुष्य को आत्मज्ञानी होना चाहिए। वह अपने विषय में जानकर ही साहब को पहचान सकता है। ... अर्थात् मनुष्य की साँसे कब रुक जाए , इसका कुछ पता नहीं है।

please mark it as a brailist

Similar questions