Kavi kaliyon ko kaise jagana chahta hai
Answers
कवि कलियों को कैसे जगाना चाहता है:
यह प्रश्न कविता "ध्वनि" से लिया गया है | यह कविता कवि सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला" द्वारा लिखी गई है|
कवि कलियों को अपना हाथ फेरकर उन्हें जगाना चाहता है। कवि पुष्पों की तंद्रा और आलस्य दूर हटाने के लिए उन पर अपना हाथ फेरकर उन्हें जगाना चाहता है। वह उनको चुस्त, प्राणवान, व पुष्पित करना चाहता है।
यहाँ कलियाँ आलस्य में पड़े युवकों को दर्शाती है| कवि नींद में पड़े युवकों को प्रेरित करके उनमें नए उत्कर्ष के स्वप्न से जगह देगा, उनका आलस्य दूर भगा देगा तथा उनमें नए उत्साह का संचार करना चाहता है।
Explanation:
:- फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि उन्हें कलियों की स्थिति से निकालकर खिले फूल बनाना चाहता है। कवि का मानना है कि उसके जीवन में वसंत आया हुआ है। इसलिए वह कलियों को हाथों के वासंती स्पर्श से खिला देगा। वह फूलों की आँखों से आलस्य हटाकर उन्हें चुस्त व जागरूक करना चाहता है।27-Jun-2018