kavita on hindi basha
Answers
हिन्दी मेरी भाषा है,
हिन्दी मेरी आशा है।
हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है।
हिन्दी की बोली अनमोल,
एक शब्द के कई विलोम।
हिन्दी हिन्द हिमालय पर शोभित,
हर्षित होते बोल के सोम।
मीठी बोली अद्भुत बाणी संग,
बढ़ती प्रेम पिपासा है।
हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है।
हिन्दी में सब काम करेंगे,
हिन्दी का ही नाम करेंगे।
हिन्दी सत्य वचन की देवी,
पथ-प्रदर्शक हम बनेंगे।
जग-मग ज्योति जले हिन्दी की,
यही कलम का ढांचा है।
Answer:
भाषा जब सहज बहती,
संस्कृति, प्रकृति संग चलती।
भाषा-सभ्यता की संपदा,
सरल रहती अभिव्यक्ति सर्वदा।
कम्प्यूटर के युग के दौर में,
थोपी जा रही अंग्रेजी शोर में।
आधुनिकता की कहते इसे जान,
छीन रहे हैं हिन्दी का रोज मान।
हम सब मिलकर दें सम्मान,
निज भाषा पर करें अभिमान।
हिदुस्तान के मस्तक की बिंदी
जन-जन की आत्मा बने हिन्दी।
हिन्दी के प्रति होंगे हम 'सजग'
राष्ट्रभाषा को मानेगा सारा जग
Explanation:
this was written by my mom