(ख) छायावाद की विशेषता है-
() इतिवृत्तात्मकता
(iii) सौन्दर्य एवं प्रेम
(ii) शृंगारिक भावना
(iv) उपदेशात्मक वृत्ति।
Answers
इसका सही जवाब होगा :
(iii) सौन्दर्य एवं प्रेम
व्याख्या :
सौन्दर्य और प्रेम छायावाद की विशेषता रही है। छायावाद युग की कविताओं पर सौंदर्य एवं प्रेम का विशेष प्रभाव रहा है। प्रकृति के मानवीकरण करके कवियों ने प्रकृति को चैतन्य बनाकर उनका सजीव चित्रण किया है। छायावादी कविताओं का मुख्य विषय श्रृंगार युक्त काव्य रहा है, जिसमें प्रेम की उद्धात भावना प्रकट हुई है। छायावादी कवियों ने नारी के प्रति उदार दृष्टिकोण अपनाया है तथा उसके सम्मान स्थान को प्रतिष्ठित किया है। छायावादी कविताओं में राष्ट्रप्रेम की भावना भी प्रकट हुई है। छायावाद रहस्यवाद से भी संबंध रहा है। रहस्यवाद छायावाद की विशिष्ट प्रवृत्ति रही है। छायावाद के चार प्रमुख कवियों जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के काव्य में ये बातें स्पष्ट रूप से दिखती हैं।