खंड-'क' (अपठित बोध)
-
ही
है। स्वयं
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
एक समय था, जब किसान भी 'मानस' की चौपाइयाँ गाते हुए सुबह-सवेरे खेतों की ओर रुख करते थे। रात
तुलसीदास कृत 'रामचरितमानस' ऐसा ग्रंथ है, जिसने भारतीय जनमानस पर संभवतः सबसे गहरी छाप छोड़ी है।
किए जाते थे, परंतु अब यह ग्रंथ न जाने क्यों अपने महत्त्वपूर्ण स्थान से अपदस्थ होता जा रहा है। शहरों में तो
को गाँव की चौपालों पर पूरे मनोयोग से इसका पाठ किया जाता था और घरों में भी अखंड पाठ के आयोजन
उल्टे-सीधे कथानकों के साथ बने टीवी सीरियल्स को देखकर प्रायः लोग यह सोचते हैं कि उन्होंने पूरी मानस
। पढ़ डाली है। 'रामचरितमानस' का पूरा कथानक भारतीय सभ्यता तथा संस्कृति का उत्कृष्टतम उदाहरण
राम एक महानायक के रूप में एक आदर्श व्यक्तित्व के सर्वोत्तम उदाहरण हैं। वे एक उदात्त युवक,
आज्ञाकारी शिष्य, आदर्श पुत्र, स्नेहिल भ्राता, एक-पत्नीव्रती, उदार मित्र तथा आदर्श राजा हैं। आज भी लोग
रामराज्य की स्थापना की कामना तो करते हैं, पर शायद आज के युग में इतने आदर्शों, मूल्यों और भावनाओं
तथा कर्तव्यों को अपनाने और करने की प्रासंगिकता ही हमारे लिए अधिक नहीं रह गई है। इन्हीं कारणों से
'रामचरिमानस' की महत्ता कम हुई है, जो सचमुच दुखद
(क) 'रामचरितमानस' के रचयिता कौन हैं?
(ख) राम के चरित्र में महानायक के कौन-कौन से गुण मौजूद हैं?
(ग) आजकल बिना पढ़े ही लोगों को ऐसा क्यों लगता है कि उन्होंने यह ग्रंथ पढ़ लिया है?
(घ)
इस गद्यांश के लिए कोई उचित शीर्षक दीजिए।
(ङ) 'अपने पद से हटना' वाक्यांश के लिए इस गद्यांश में कौन-सा शब्द प्रयोग किया गया है?
जि.
है।
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1 . tulsidas
2.सहनशीलता व धैर्य भगवान राम का एक और गुण है। कैकेयी की आज्ञा से वन में 14 वर्ष बिताना, समुद्र पर सेतु बनाने के लिए तपस्या करना, सीता को त्यागने के बाद राजा होते हुए भी संन्यासी की भांति जीवन बिताना उनकी सहनशीलता की पराकाष्ठा है। भगवान राम ने दया कर सभी को अपनी छत्रछाया में लिया।
3.
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