खंड 'ख'
| 3. (क) 'हास्य रस का एक उदाहरण लिखिए |
(ख) निम्नलिखित पंक्तियों में रस पहचान कर लिखिए :
मैं सत्य कहता हूँ सखे ! सुकुमार मत जानो मुझे,
यमराज से भी युद्ध को प्रस्तुत सदा मानो मुझे ।
(ग) 'रति' किस रस का स्थायी भाव है ?
(घ) 'करुण' रस का स्थायी भाव क्या है ?
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Explanation:
क-हँसी हँसी भाजे देखी दूलह दिगंबर को,
पाहुनी जे आवै हिमाचल के उछाह मैं।
ग- रति श्रृंगार रस का स्थ्ययी भाव है।
घ-करुण रस का स्थ्ययी भाव शोक है।
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