खोई हुई पुस्तक लौटाने के लिए आभार प्रदर्शित करते हुए किसी अपरिचित राहुल शाह को पत्र लिखें
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अ .ब .क
सुगम निवास,
अशोक नगर,
पुणे-411002
दि.24जुन 2018
विषय :- पुस्तक लौटाने के लिए आभार पत्र
महोदय,
मे अ. ब. क. 8वी कक्षा मे पडता हू। मेरी पुस्तक खोई थी जो आपको मिल गई और आपने लौटा दि ।इस के लिए बहुत बहुत आभार।
धन्यवाद!
आपका विश्वसनीय
अ.ब.क
सुगम निवास,
अशोक नगर,
पुणे-411002
दि.24जुन 2018
विषय :- पुस्तक लौटाने के लिए आभार पत्र
महोदय,
मे अ. ब. क. 8वी कक्षा मे पडता हू। मेरी पुस्तक खोई थी जो आपको मिल गई और आपने लौटा दि ।इस के लिए बहुत बहुत आभार।
धन्यवाद!
आपका विश्वसनीय
अ.ब.क
Anonymous:
nice answer!
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105
नमस्कार मित्र।
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उत्तर:
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13, अ.ब.क नगर,
अहमदाबाद।
03 दिसंबर 20XX
आदरणीय राहुल शाह जी,
कल घर लौटने पर मुझे अपने घर पर एक डाक मिला। उस डाक को खोलने पर मैं बहुत ही खुश और प्रसन्न हुआ। क्योंकि उस डाक में मेरी वर्क खोई हुई पुस्तक मौजूद थी, जिसे मैं कई दिनों से इधर-उधर ढूंढ रहा था। सबसे पहले तो मुझे यह विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई किसी की कोई वस्तु को स्वयं डाक से किसी के पास पहुंचा सकता है। पर अभी भी इस दुनिया में कुछ आपके जैसे भले आदमी बाकी हैं और मुझे यह जानकर आनंद की प्राप्ति होती है।
मैं आपको मेरी पुस्तक लौटाने के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं। यह पुस्तक मुझे बहुत ही पसंद है और यह पुस्तक मेरे पिताजी ने मुझे दी थी। इसीलिए मेरे लिए यह एक अमूल्य वस्तु भी है और आपने इसे मुझे वापस लौटा कर मुझ पर बहुत बड़ा उपकार किया है। मैं जिंदगी भर आपका आभारी रहूंगा।
आपका शुभेच्छु
देव कुमार।
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✪ Be Brainly ✪
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उत्तर:
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13, अ.ब.क नगर,
अहमदाबाद।
03 दिसंबर 20XX
आदरणीय राहुल शाह जी,
कल घर लौटने पर मुझे अपने घर पर एक डाक मिला। उस डाक को खोलने पर मैं बहुत ही खुश और प्रसन्न हुआ। क्योंकि उस डाक में मेरी वर्क खोई हुई पुस्तक मौजूद थी, जिसे मैं कई दिनों से इधर-उधर ढूंढ रहा था। सबसे पहले तो मुझे यह विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई किसी की कोई वस्तु को स्वयं डाक से किसी के पास पहुंचा सकता है। पर अभी भी इस दुनिया में कुछ आपके जैसे भले आदमी बाकी हैं और मुझे यह जानकर आनंद की प्राप्ति होती है।
मैं आपको मेरी पुस्तक लौटाने के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं। यह पुस्तक मुझे बहुत ही पसंद है और यह पुस्तक मेरे पिताजी ने मुझे दी थी। इसीलिए मेरे लिए यह एक अमूल्य वस्तु भी है और आपने इसे मुझे वापस लौटा कर मुझ पर बहुत बड़ा उपकार किया है। मैं जिंदगी भर आपका आभारी रहूंगा।
आपका शुभेच्छु
देव कुमार।
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