खोज कार्य छात्राएँ साहस और वीरता पर कविता लिखें । ( 7-8 lines )
Answers
Answer:
जीवन का हर क्षण खुल कर जी हर गम का प्याला हंस कर पी,
न जीवन से तू इतना डर दृढ विश्वास हृदय में भर, असंभव को संभव कर सोच को ले जा अम्बर पर, बहुत सहा अब न होठों को सी जीवन का हर क्षण खुल कर जी ।
भयभीत नहीं खुद को फौलाद बना राह में चाहे अँधेरा हो अत्यंत घना,
तेरे कारनामों से सुलझे उलझे धागे चीर के हर मुश्किल को बढ़ आगे, तेरा नाम सुन के सोया जग जागे गर्व हो मातृभूमि को ऐसा हो सापना भयभीत नहीं खुद को फौलाद बना ।
एक दिन तो हार भी मानेगी हार संघर्ष व आस तुझे लगाएगी पार,
जगत ने तेरे सपनों को झूठा समझा
गर्व हो मातृभूमि को ऐसा हो सापना भयभीत नहीं खुद को फौलाद बना।
एक दिन तो हार भी मानेगी हार संघर्ष व आस तुझे लगाएगी पार,
जगत ने तेरे सपनों को झूठा समझा अब इतना अपने कार्य में रम जा काबिल पतंग बन तू मजबूत हो मांझा फिर बढ़ाएं भी तेरा करेंगी सत्कार एक दिन तो हार भी मानेगी हार |
कल क्या हुआ भुला दो वो था अतीत कुछ तो लोग कहेंगे है यह जग की रीत