खा खाकर कुछ पाएगा नहीं ,
न खाकर बनेगा अहंकारी ।
सम खा तभी होगा समभावी ,
खुलेगी सांकल बंद द्वार की ।
Q- कवित्री ने 'सम खा' शब्दों को कहकर क्या संदेश दिया है?
Answers
Answered by
1
Answer:
सम खा से कवयित्री का भावार्थ यह है कि परिश्रम करो क्योंकि परिश्रम करने से ही सफलता प्राप्त होती है।
Similar questions