खा-खा कर कुछ पाएगा नहीं,
ना खाकर बनेगा अहंकारी।
सम खा तभी होगा समभावी
खेलेगी सांकल बंद द्वार की।न
प्रश्न:
11. खा-खाकर से कवयित्री का क्या अभिप्राय है?
12.
ना खा कर कवयित्री का क्या अभिप्राय है?
13.
मनुष्य अहंकारी किससे बनता है?
14.
मनुष्य को मुक्ति कब मिलती है ?
15.
संकल का अर्थ क्या है ?
Answers
Answered by
0
Answer:
Explanation:
मनुष्य अहंकारी किससे बनता है?
14.
मनुष्य को मुक्ति कब मिलती है ?
15.
संकल का अर्थ क्या है ?
Answered by
0
Answer:
उत्तर 1 : यह कि खाने से कुछ भी नही मिलेगा.
Explanation:
उत्तर 2. : और कुछ नही खा कर अहंकार बनेगा
3&4 ka toh aap ne passage likha hi nhi
Similar questions