(ख) 'मनुष्यों की वास्तविक दुनिया उनके बच्चे ही हैं। वे उनकी ऐसी अमूल्य धरोहर हैं जिनके लिए वे रोटी, कपड़ा
मकान, शिक्षा आदि जुटाने में अपनी पूरी जिंदगी लगा देते हैं। उनके बिना किसी खुशहाल जीवन की कल्पना न
की जा सकती।' स्पष्ट कीजिए।...
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sahi me ye Sach HAI।।।।
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