खानाबदोश पशुचारकों और एक जगह बसे हुए खेतिहरों के बीच किस तरह का विनिमय होता था?
Answers
खानाबदोश पशुचारकों अनाज, कपड़ा, बर्तन और अन्य उत्पादों के लिए एक जगह बसे हुए खेतिहरों के साथ पशुचारण जैसे ऊन, घी आदि का विनिमय होता था ।
Explanation :
खानाबदोश पशुचारकों अपने जानवरों के साथ एक स्थान से दूसरे स्थान पर चले जाते थे, इसलिए उन्हें बसे हुए खेतिहरों के साथ विनिमय करना पड़ता था। कई खानाबदोश पशुचारकों जनजातियों ने पशुओं और घोड़ों जैसे जानवरों को पाला और समृद्ध लोगों कोबेच दिया।
- बंजारे सबसे महत्वपूर्ण व्यापारी खानाबदोश थे। उनके कारवां को टांडा कहा जाता था।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
इस पाठ (जनजातियाँ, खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय) के सभी प्रश्न उत्तर :
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इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न :
सही या गलत बताइए :
(क) जनजातीय समाजों के पास समृद्ध वाचक परंपराएँ थीं।
(ख) उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग में कोई जनजातीय समुदाय नहीं था।
(ग) गोंड राज्यों में अनेक नगरों को मिला कर चौरासी बनता था।
(घ) भील, उपमहाद्वीप के उत्तर-पूर्वी भाग में रहते थे।
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रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(क) वर्गों के भीतर पैदा होती नयी जातियाँ ____ कहलाती थीं।
(ख) _____ अहोम लोगों के द्वारा लिखी गई ऐतिहासिक कृतियाँ थीं।
(ग) ____ ने इस बात का उल्लेख किया है। कि गढ़ कटंगा में 70,000 गाँव थे।
(घ) बड़े और ताकतवर होने पर जनजातीय राज्यों ने ____ और ____ को भूमि-अनुदान दिए।
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Answer:
थतभभमजतढचोएशदबढढढणममथीउइडढ