Hindi, asked by priyanshu3889, 5 months ago

ख 'नाक मान-सम्मान एवं पद-प्रतिष्ठा का प्रतीक है। यह बात पूरी
व्यंग्य रचना में किस प्रकार उभर कर आई है? लिखिए।
प्रश्न- 4. निर्देशानुसार उत्तर दीजिए- (3)
क. दिन भर बादल छाए रहे परंतु वर्षा नहीं हुई।( वाक्य -भेद बताइप
ख. कार्यक्रम समाप्त होते ही दर्शक अपने घर चले गए। (संयुक्त
वाक्य में बदलिए)
ग. नेता जी भाषण देकर चले गए।(मिश्र वाक्य में बदलिए)
प्रश्न-5.निर्देशानुसार उत्तर दीजिए-(3)
क.. उससे किताब पढ़ी गई।(वाच्य-भेद बताइए)
ख. बच्चों से खूब खेला गया।(कर्तृवाच्य में बदलिए)
ग. सभी अपनी बात शांतिपूर्वक कहेंगे।(कर्मवाच्य में बदलिए)
प्रश्न-6.रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए-(3)
क.तुम मुझसे बहुत दिन बाद मिले।
ख.मैने कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ चलूँगा।
ग. वह पार्क में खेल रहा है।
प्रश्न-7.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (4)
क. 'वीभत्स रस' तथा 'शांत रस' का स्थायीभाव बताइए।
ख. 'वीर रस का एक उदाहरण लिखिए।
ग. निम्नलिखित पंक्तियों में रस के भेद बताइए-
(i). 'सो बिलगाउ बिहाई समाजा।न त मारे जैहै सब राजा।'
(ii). 'राम को रूप निहारति जानकी कंकन के नग की परछाईं।'​

Answers

Answered by mandharsomnath20
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नाक, इज्जत-प्रतिष्ठा, मान-मर्यादा और सम्मान का प्रतीक है। यह लोग विदेशियों की नाक को ऊँचा करने को अपने नाक का सवाल बना लेते हैं। यहाँ तक की जॉर्ज पंचम की नाक का सम्मान भारत के महान नेताओं एवं साहसी बालकों के सम्मान से भी ऊँचा था। इस पाठ में सरकारी तंत्र की मानसिकता की स्पष्ट झलक भी दिखाई देती है।

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