Hindi, asked by bhumika77736, 1 year ago

(ख) निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए :
बतरस लालच लाल की, मुरली धरी लुकाय।
सौंह करै, भौंहनु हँसै, दैन कहै नटि जाय।।

Answers

Answered by sunilapadiyar
9

Answer:

Explanation:बोले तो गोपियों में किसी नटखट गोपी ने कृष्ण की मुरली छिपा दी है। मुरली बजाना कृष्ण को बड़ा अच्छा लगता है। वे मुरली वापस पाने के लिये हलकान हो रहे हैं। गोपियां इशारा कर रही हैं, भौंहों के इशारे से हंस रहीं हैं देने का वायदा करती हैं लेकिन फ़िर पलट जाती हैं और मुरली वापस नहीं करतीं। वे

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