(ख) नादमय उच्चारअभिरूचि को किस प्र
(ग) कुमार गंधर्व ने लता को बेजोड़ गायिका क्यों कहा
(घ) लता मंगेशकर के गायन ने भारतीय लागों की अभिर
अथवा
लता ने चित्रपट-संगीत में मुख्यतया किस प्रकार के गाने
Answers
Answer:
- नाद में उच्चारण का क्या अर्थ है यह लता के गायन में किस प्रकार प्रकट हुआ है ?
उत्तर -
नाद में उपचार का अर्थ है उच्चारण में गूंज का होना | लता के गायन में यह विशेषता है कि उनकी एक शब्द की गूंज दूसरे शब्द की गूंज में इस तरह मिल जाती है कि दोनों एक दूसरे में लीन हो जाते हैं | यह विशेषता केवल लता के स्वर में ही है |
कुमार गंधर्व ने लता को बेजोड़ गायिका क्यों कहा ?
उत्तर -
कुमार गंधर्व के अनुसार लता मंगेशकर भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ है | उनके मुकाबले खड़ी होने वाली एक भी गायिका नजर नहीं आती उनसे पहले नूरजहां का सिक्का चलता था | परंतु लता ने उन्हें बहुत पीछे छोड़ दिया | पिछले 50 वर्षों से वे गायिका के क्षेत्र में पूरी तरह छाई हुई है यद्यपि इस लंबी अवधि में अनेक गायिकाएं उभरी किंतु लता का स्थान सदैव उनके ऊपर बना रहा 50 साल के बाद भी आज उनका स्वर पहले की तरह कोमल सुरीला मनभावन बना हुआ है | लता बेजोड़ इसलिए भी है कि उनके गान में गानपन पूरी तरह मौजूद है | शास्त्रीय संगीत से परिचित होती हुई भी सुगम संगीत में गाती हैं | अपनेतथा अपने सुरीले पन और गूंज से सभी श्रोताओं को सीधे प्रभावित करती हैं उनके गानों को सुनकर देश के आम गायकों और श्रोताओं की संगीत अभिरुचि परिष्कृत हुई है |
Explanation:
यह उत्तर आपकी सहायता करेगा