खीरा खाने की इच्छा होने पर भी लेखक ने इंकार क्यों कर दिया?
Answers
Answered by
32
खीरा खाने की इच्छा होने पर भी लेखक ने अपने आत्मसम्मान की इज्जत बचाये रखने के लिए इंकार कर दिया । लेखक ने शुरू में ही नवाब के खीरे के प्रस्ताव को मना कर दिया था इस कारण लेखक ने अपने कथन पर अडिग रहे और अंततः खीरा नहीं खाया ।।
Answered by
2
खीरा खाने की इच्छा होने पर भी लेखक ने इंकार किया इसका कारण निम्न रूप से स्पष्ट किया गया है।
- लेखक के सामने वाली सीट पर नवाब साहब बैठे थे। वे दिखावा करने वालों में से थे।
- उन्होंने लेखक से खीरा खाने के लिए पूछा लेकिन लेखक ने मना कर दिया। नवाब साहब ने खीरा अच्छी तरह से धोया, उसे काटकर उस पर नमक मिर्च बुरका।
- नवाब साहब ने फिर खीरे को इस तरह सजाकर रखा कि किसी की भी खाने की इच्छा हो जाए। खीरे को देखकर लेखक के मुंह में भी पानी आ गया।
- नवाब साहब ने एक बार फिर लेखक से खीरा खाने का आग्रह किया किन्तु लेखक पहले ही मना कर चुके थे इसलिए अपनी इज्जत बनाए रखने के लिए लेखक ने मना कर दिया, उन्होंने बहाना बनाया कि उनका अमाशय खराब है हालांकि उनकी खीरा खाने की बहुत इच्छा थी।
Similar questions
Science,
2 months ago
Social Sciences,
2 months ago
Social Sciences,
2 months ago
Math,
5 months ago
English,
5 months ago
Biology,
10 months ago
Geography,
10 months ago
Computer Science,
10 months ago