(ख) रहेगा धरा पर दीया एक भी यदि
कभी तो निशा को सवेरा मिलेगा।
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Then what is the Question..
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जली जो प्रथम बार लौ दीये की स्वर्ण-सी जल रही और जलती रहेगी। रहेगा धरा पर दीया एक थी यदि कधी तो निशा को सवेरा मिलेगा। द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी का जन्म 1 दिसम्बर, 1916 को रोहता गाँव (जिला आगरा) में हुआ था। ... द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी ने अपनी आत्मकथा 'सीधी राह चलता रहा' अपनी मृत्यु से केवल दो घण्टे पहले ही पूरी की थी।
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