(ख) 'सिल्वर वैडिंग' कहानी में यशोधर बाबू विचारों के मतभेद का दंश भोगने के लिए मजबूर हैं,
क्योंकि
(1) पुरानी पीढ़ी नई पीढ़ी की तरह आधुनिक बनना चाहती है
(2)नई पीढी़ का पुरानी पीढी़ से अटूट लगाव है
(3)पीढी का अंतराल बडी़ ही तीव्ता से बढ़ रहा है
(4)दोनों पीढी़याँ एक-दूसरे को समझने लगी हैं
Answers
(ख) 'सिल्वर वैडिंग' कहानी में यशोधर बाबू विचारों के मतभेद का दंश भोगने के लिए मजबूर हैं,
इसका सही जवाब :
(3)पीढी का अंतराल बडी़ ही तीव्ता से बढ़ रहा है|
स्पष्टीकरण: ‘सिल्वर वेडिंग’ कहानी में यशोधर बाबू विचारों के मतभेद का दंश भोगने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि उनकी पीढ़ी और उनकी संतान की पीढ़ी के बीच का अंतर बड़ी तीव्रता से बढ़ रहा है। यशोधर बाबू पुराने विचारों के हैं उन पर अपने गुरु किशनदा के पुराने विचारों की छाप है। वह मंदिर जाना, सत्संग जाना, संध्या पूजन करना और गीता प्रेस गोरखपुर की किताबें पढ़ना जैसे कार्य करना पसंद करते हैं।
वह अपने पुराने समय में जीना चाहते हैं, जबकि उनकी संतान आधुनिक विचारधारा की नई पीढ़ी है, जो इंटरनेट, मोटरसाइकिल, फैशनेबल छोटे कपड़े जैसे आधुनिक साधनों की दीवानी है। इस कारण वे अपने बच्चों की तरह बनना तो चाहते हैं, लेकिन बन नही पाते। इस कारण यशोधर बाबू में विचारों का एक द्वंद्व उत्पन्न होता है, जिसके कारण वे अनिर्णय की स्थिति में रहते हैं।