खुसरो को सच्चा आनंद कैसे मिलता था
Answers
Answered by
1
Answer:
प्यार और दोस्ती अमीर खुसरो के अनुसार 'देने' का नाम है, 'लेने' का नाम नहीं। जो सिर्फ लेना जानते हैं वे कभी सच्चा प्यार व दोस्ती नहीं कर सकते। देने में जो इंसान के दिल और रूह को सुकून मिलता है, वही परमात्मा है, साक्षात परमब्रह्म है। जब हम दोनों हाथों से देते हैं तो उस वक्त हम खुदा के सबसे करीब होते हैं।
Similar questions