खुशबू रचते हैं हाथ कविता का मुख्य उद्देश्य क्या ह?ै No irrelevant answers please....
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खुशबू रचते हैं हाथ कविता का मुख्य उद्देश्य क्या है?
➲ ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ है कविता का मुख्य उद्देश्य समाज के उन मेहनतकश लोगों की दयनीय अवस्था की ओर सबका ध्यान आकर्षित कराना है, जिनकी बनाई चीजों से लोगों के अनेक तरह की सुख-सुविधायों प्रदान करती हैं, लेकिन दूसरों के लिये आरामदायक वस्तुओं बनाने वाले इन लोगों का जीवन तमाम तरह के दुख और कष्टों से भरा होता है।
इस कविता में कवि ने समाज की विसंगतियों और असमानताओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। कवि छोटा-मोटा काम करने वाले उन समाज के उपेक्षित वर्ग के बारे में बताता है जो दूसरों के जीवन में तो खुश्बू बिखेरतै हैं लेकिन उनके जीवन में कोई खुश्बू नही है। कवि यहां पर कारखानों में अगरबत्ती बनाने वाले लोगों की जिंदगी का चित्रण करते उदाहरण देते हुए कहता है कि खुशबूदार अगरबतियां बनाने वाले लोग जो दूसरों के घर में सुगंध बिखरते हैं लेकिन उनके घर में बदबू है।
यहाँ कवि का तात्पर्य है कि उनकी बनाई अगरबत्तियों से लोगों के घर में तो सुगंध बिखरती है, परंतु जो लोग ये अगरबत्तियां बनाते हैं वह बेहद दयनीय स्थिति में काम करते हैं। वह बदबूदार जगहों, कूड़ा-करकट से युक्त जगहों, नालियों आदि के निकट आदि जैसी जगह पर काम करते हैं। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। उनके अपने जीवन में सुगंध नहीं है।
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