(ख)
शब्द और पद को अलग कीजिए:-
पूजा ने, भूल, जाएगा, समीप
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Answer:
किसी शब्द का एक ‘पद-परिचय’ होता है। किसी वाक्य में प्रयोग किए जाने वाले शब्दों का एक अपना परिचय होता है। उसे ‘पद-परिचय’ कहते हैं। कोई भी शब्द स्वतंत्र रूप से शब्द होता है। लेकिन वाक्य में आकर वह ‘पद’ में परिवर्तित हो जाता है।
स्वतंत्र शब्द का एक अपना सार्थक अर्थ होता है, जबकि पद स्वतंत्र रूप से कोई सार्थक अर्थ नही होता।
प्रश्न में दिए गए शब्दों को शब्द और पद करके इस प्रकार होंगे...
पूजा ने, भूल, जाएगा, समीप
शब्द — भूल, समीप
पद — पूजा ने, जाएगा
उपरोक्त शब्दों में भूल शब्द का एक स्वतंत्र अर्थ होता है अर्थात गलती। उसी तरह ‘समीप’ शब्द का स्वतंत्र अर्थ है पास, इसलिये ये दोनो शब्द हुये।
पूजा ने, में केवल पूजा का अर्थ है, जो कि संज्ञा है, ने लगाकर वो पद बन जाता है, इसलिये ‘पूजा ने’ पद है। ‘जाएगा’ भी पद है कि ये केवल वाक्य में ही प्रयुक्त हो सकता है, इसक स्वतंत्र अर्थ नही है।