खेती के आधुनिक एवं पारंपरिक तरीकों में कोई चार अन्तर लिखिये।
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खेती के आधुनिक एवं पारंपरिक तरीकों में कोई चार अन्तर...
- जुताई : पारंपरिक खेती में खेतों की जुताई बैल और हल के माध्यम से की जाती है, जबकि आधुनिक खेती में जुताई करने के लिए ट्रैक्टर या अन्य कई उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाता है।
- सिंचाई : पारंपरिक खेती में सिंचाई वर्षा पर निर्भर होती है अथवा नदी, तालाब के पानी के द्वारा सिंचाई की जाती है। पारंपरिक खेती वर्षा न होने पर प्रभावित होती है। आधुनिक खेती में सिंचाई के लिए तकनीक द्वारा उन्नत साधनों का उपयोग किया जाता है। ट्यूबवेल के माध्यम से भूमिगत जल का दोहन कर लिया जाता है अथवा नदी-तालाब से पानी खेत से पहुंचाने की व्यवस्था कर ली जाती है। आधुनिक खेती वर्षा पर निर्भर नहीं होती और सिंचाई की सुविधा हर समय उपलब्ध रहती है।
- खाद : पारंपरिक खेती में खाद के लिए पशुओं के गोबर आदि का उपयोग किया जाता है। आधुनिक खेती में आधुनिक रसायनिक उर्वरकों का खाद के रूप में उपयोग किया जाता है।
- फसल : पारंपरिक खेती रचनात्मक तरीके से की जाती है, जिसमें बहुत फसल की पैदावार बहुत अधिक नही बढ़ाई जा सकती है। आधुनिक खेती के माध्यम से उपज की पैदावार को बड़े स्तर पर बढ़ाया जा सकता है और आधुनिक खेती व्यवसायिक दृष्टि से भी की जाती है।
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