Hindi, asked by namitabhuthi85, 8 days ago

खुद बनाई कोई कविता हिन्दी में​

Answers

Answered by prajaypal21
1

Explanation:

Inspired Poem in Hindi – वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल, दूर नहीं है

वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल, दूर नहीं है;

थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।

चिनगारी बन गई लहू की

बूँद गिरी जो पग से;

चमक रहे, पीछे मुड़ देखो,

चरण – चिह्न जगमग – से।

शुरू हुई आराध्य-भूमि यह,

क्लान्ति नहीं रे राही;

और नहीं तो पाँव लगे हैं,

क्यों पड़ने डगमग – से?

बाकी होश तभी तक, जब तक जलता तूर नहीं है;

थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।

अपनी हड्डी की मशाल से

हॄदय चीरते तम का,

सारी रात चले तुम दुख

झेलते कुलिश निर्मम का।

एक खेय है शेष किसी विधि

पार उसे कर जाओ;

वह देखो, उस पार चमकता

है मन्दिर प्रियतम का।

आकर इतना पास फिरे, वह सच्चा शूर नहीं है,

थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।

Similar questions