खादय पदार्यो में होने वाली मिलातट के विष्य में पिता व पूत्र
के बीच संवाद लिखिए ।
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Answer:
जिस वस्तु का हम नियत मूल्य देकर खरीदते है तथा उपयोग करते हैं यदि उसमें हानि कारक तत्वों की मिलावट हो तो वह हमारी मृत्यु का कारण भी बन जाता हैं. व्यापारी पैसे के बदलें अपने थोड़े लाभ के लिए लोगों को मौत बेचने से भी बाज नहीं आते हैं. खाद्य पदार्थों में मिलावट करने लोग किसी के जीवन के बारे में फिक्रमंद नहीं होते हैं.19
Question ⤵
खादय पदार्यो में होने वाली मिलातट के विष्य में पिता व पूत्र
के बीच संवाद लिखिए ।
Answer ⤵
अनुराग- अरे समीर! तुम यहाँ?
समीर- मैं यहाँ इस स्टोर में कुछ सामान वापस करने आया हूँ।
अनुराग- मतलब ! कोई खास चीज?
समीर- अरे यार! क्या बताऊं? मैं यहाँ से दाल ले गया था, इसमें छोटे-छोटे कंकड़ और बिल्कुल सफेद रंग के पत्थरों को इतनी मिलावट है, क्या बताऊं। माँ और बहन कंकड़ पत्थर चुनते-चुनते परेशान हो गई। आखिर में तंग आकर उन्होंने कहा कि दाल के पैकेट को वापस करके आओ।
अनुराग- तुम कहते तो सही हो समीर।
समीर- अभी कुछ दिन पहले गोयल अंकल सरसों का तेल ले गए थे, और उससे बने खाने से घर के सभी सदस्य बीमार पड़ गये। उन्होंने तो तेल की शिकायत पुलिस व खाद्य विभाग दोनों में कर दी।
अनुराग- कल ही मैंने देखा कि बड़ी-बड़ी कंपनियों के सामान में भी मिलावट पाई गई है और त्योहार पर मिठाइयों में बहुत ज्यादा मिलावट कर दी जाती। इससे लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है।
समीर- सरकार को इस विषय में सख्त कानून बनाकर मिलावट करने वाले व्यापारियों पर कार्यवाही करनी चाहिए।
अनुराग- बिल्कुल सही कहा।