Hindi, asked by shubhdent, 3 months ago

खुधाबू रचते है हाथ
कविता का मूल भाव बताइए?

Answers

Answered by jaypriyaperumal4
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Answer:

इस पाठ की दूसरी कविता 'खुशबू रचते हैं हाथ' में कवि ने सामाजिक विषमताओं को बेनकाब किया है। ... कवि कहता है कि दूसरों के लिए खुशबू बनाने वाले खुद न जाने कितनी और कैसी तकलीफों का सामना करते हैं। कवि कहता है कि यह एक विडंबना ही है कि दुनिया की सारी खुशबू उन गलियों में बनती है जहाँ दुनिया भर की गंदगी समाई होती है।

Explanation:

Answered by adityakumarr9
0

Right answer I loved it

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