Hindi, asked by pt575853, 4 months ago

(ख) विमलवसाही मंदिर के भीतरी भाग का वर्णन कीजिए।
(ग) जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे?
(घ) लूनवसाही मंदिर को बनाने में कितने कारीगरों को कितने वर्ष का समय लगा?
(ङ) लूनवसाही मंदिर का निर्माण किसने किया और वे कौन थे?​

Answers

Answered by rakeshkushwaha379057
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Answer:

(ख) उत्तर-> दिलवाड़ा मंदिर या देलवाडा मंदिर, पाँच मंदिरों का एक समूह है। ये राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू नगर में स्थित हैं। इन मंदिरों का निर्माण ग्यारहवीं और तेरहवीं शताब्दी के बीच हुआ था।[1][2] यह शानदार मंदिर जैन धर्म के र्तीथकरों को समर्पित हैं। दिलवाड़ा के मंदिरों में 'विमल वासाही मंदिर' प्रथम र्तीथकर को समर्पित सर्वाधिक प्राचीन है जो 1031 ई. में बना था। बाईसवें र्तीथकर नेमीनाथ को समर्पित 'लुन वासाही मंदिर' भी काफी लोकप्रिय है। यह मंदिर 1231 ई. में वास्तुपाल और तेजपाल नामक दो भाईयों द्वारा बनवाया गया था। दिलवाड़ा जैन मंदिर परिसर में पांच मंदिर संगमरमर का है। मंदिरों के लगभग 48 स्तम्भों में नृत्यांगनाओं की आकृतियां बनी हुई हैं। दिलवाड़ा के मंदिर और मूर्तियां मंदिर निर्माण कला का उत्तम उदाहरण हैं।

(ग) उत्तर -> ) जैन धर्म के संस्थापक और पहले तीर्थंकर थे- ऋषभदेव. (3) पार्श्वनाथ काशी के इक्ष्वाकु वंशीय राजा अग्रसेन के पुत्र थे. (4) पार्श्वनाथ को 30 साल की उम्र में वैराग्य उत्पन्न हुआ, जिस कारण वो गृह त्यागकर संयासी हो गए.

(ड़) उत्तर-> इस मन्दिर का निर्माण सोम वंशी राजा ययाति द्वारा हुआ |

Answered by seemabhuvi10
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