(ख) वसंत का आगमन होते ही प्रकृति का रूप निखर उठता है। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
(1) वसंत का आगमन हुआ और प्रकृति का रूप निखर उठता है।
(i) जैसे ही वसंत का आगमन होता है, वैसे ही प्रकृति का रूप निखर उठता है।
(ii) वसंत का आगमन होता है इसलिए प्रकृति का रूप निखर उठता है।
(iv) प्रकृति का रूप निखर उठा और वसंत का आगमन हो गया।
Answers
Answered by
0
Answer:
jaise hi Vasant ka aagman hota hai , vaise hi Prakriti ka roop nikhr uthta hai
Answered by
0
Answer:
(३) वसंत का आगमन होता है इसलिए प्रकुति का रुप निखर उठता है|
Similar questions