खबर सुनकर वह चल भी नहीं पा रही थी ( भववाचय में)
Answers
Answered by
25
Khabar sunkar usse Chala bhi nahi ja raha tha
Answered by
20
खबर सुनकर वह चल भी नहीं पा रही थी ( भववाचय में)
Answer:
भाववाच्य क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। क्रिया के जिस रूप से वाक्य का उद्देश्य केवल भाव ही जाना जाए वहाँ भाववाच्य होता है ।
खबर सुनकर वह चल भी नहीं पा रही थी।
भाववाच्य = खबर सुनकर उसके द्वारा चला भी नहीं जा रहा था |
Similar questions