खजाने से बड़ा महल कैसे प्रकट हुआ? चैप्टर लालच बुरी बला है सुनहरी धूप क्लास 8
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¿ खजाने से बड़ा महल कैसे प्रकट हुआ ?
✎... खजाने से बड़ा महल इस तरह प्रकट हुआ कि फकीर ने एक जगह सूखी लकड़ियों को इकट्ठा किया और चकमक पत्थर द्वारा आग को जलाया। फिर फकीर ने अपनी झोली से एक सुंगधित द्रव्य निकालकर आग में डाला। द्रव्य डालते ही आग से धुआँ निकला। धुएं ने हवा में एक बादल का रूप ले लिया। बादल थोड़ा आगे चलकर फट गया और वहाँ पर एक टीला बन गया। फकीर और बाबा अब्दुल्ला तक टीले से एक रास्ता भी बन गया। वो लोग उस रास्ते पर चलकर टीले तक पहुँचे तो टीले में एक दरवाजा बन गया। उस दरवाजे से अंदर जाने पर सामने एक भव्य महल प्रकट हुआ जिसमें खजाना था।
(लालच बुरी बला - सुनहरी धूप -कक्षा -8)
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Answer:
फ़कीर ने सूखी लकड़ियाँ जमा करके चकमक पत्थर से आग निकाली और लकड़ियों को सुलगा दिया । आग जलने पर उसने अपनी झोली में से एक सुगंधित द्रव्य निकालकर आग में डाला | उसमें से धुएँ का एक जबरदस्त बादल उठा और वह एक ओर चलने लगा | कुछ दूर जाकर वह बादल फट गया और उसमें एक बड़ा टीला दिखाई दिया ।